कुत्ते के स्तर के आगे डर के जीत है यह कहानी एक व्यंग है उन सभी लोगों पे जो गौ-रक्षा के नाम पे देश में गुंडागर्दी कर रहे हैं. किसी एक समुदाय के लोगों पे अत्याचार या हिंसा करने के लिए मैं उन लोगों का कड़ा विरोध करता हूँ और यह कहानी मेरे विरोध का एक संक्षिप्त माध्यम है.. एक वंध्या स्त्री के संघर्ष की कथा बच्चे आज

Hindi मन्नू के दुकान पे एक रोटी 5 रुपैया के मिलत है... 2 रुपैया के नाही! Stories